संजीवनी बूटी का काम करती है ये औषधि।
गिलोय के नियमित सेवन करने से शरीर में होने वाले विभिन्न रोगों में आश्चर्यजनक फायदा होता है। गिलोय एक ऐसी आयुर्वेदिक औषधि है जिसके बने काढ़े का नियमित रुप से सेवन करने से मानव शरीर की समस्त बीमारियों से मुक्त हो सकता है। गिलोय प्रकृति द्वारा मनुष्यों के लिए संजीवनी बूटी है,जिसके सेवन से मनुष्य अपने आपको रोगों से दूर रख सकता है।
आयुर्वेद में गिलोय की अपनी एक अलग महत्वता है आयुर्वेद में गिलोय को ‘अमृत की जड़’ भी कहा जाता है। गिलोय का सेवन इम्यूनिटी बढ़ाने में बहुत सहायक होता है। इम्यूनिटी बढ़ाने और सेहत को कई अन्य फायदे पहुंचाने के लिए गिलोय को सेवन करने का सही तरीका क्या है हम आपको बताते हैं।
- गिलोय का सेवन अदरक के साथ करने से orthoratis जैसी बीमारी से छुटकारा मिल सकता है।
- गिलोय के काढ़े में हड्डियों को मजबूत बनाए रखने वाले एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण बहुत अधिक मात्रा में मौजूद होते हैं।
- गिलोय के नियमित सेवन करने से अस्थमा जैसी खतरनाक बीमारी को भी दूर किया जा सकता है।
- गिलोय के काढ़े का सुबह खाली पेट सेवन करने से खांसी, जुखाम गले में दर्द और बुखार जैसी कई अन्य समस्या में भी राहत मिलती है।
- गिलोय का आंवला के साथ सेवन करने से पाचन समस्या से राहत मिलती है।
गिलोय का नियमित रूप से सेवन करें और खुद को और अपने परिवार को रोगों से दूर रखें।