Maggi हो या nescafe, सोचकर लेना अगले दफे
“Good food Good life“. गुड लाइफ तो है लेकिन गुड फूड!!!
तो माजरा यह है कि मई 31 को यू.के. मीडिया फाइनेंशियल टाइम्स ने ट्वीट किया कि 60% से ज्यादा नेस्ले प्रोडक्ट्स (खाद्य व पेय पदार्थ) सेहतमंद नहीं है।
Australia की हेल्थ स्टार रेटिंग सिस्टम की तरफ से जारी सर्वे के अनुसार नेस्ले के केवल 37% फूड प्रोडक्ट्स को 3.5 हेल्थ स्टार मिले हैं। Nestle के लीक हुए आंतरिक दस्तावेज़ में कहा गया है कि उसके 60% खाद्य और पेय उत्पाद अस्वस्थ हैं: रिपोर्ट
Nestle एक ऐसा ब्रांड है जिसके प्रोडक्ट्स स्वादिष्ट होने के साथ ही काफी किफायती भी हैं। इसी कारण यह आम लोगों के बीच काफी पॉपुलर हैं फिर चाहे वह maggi हो या kitkat। nescafe हो या फिर everyday milk powder। Nestle लगभग 186 देशों में अपने 2000 से भी ज़्यादा ब्रांड्स प्रोडक्ट्स बेचता है। भारत में लगभग हर कोई नेस्ले के प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करता है। ऐसे में इसका यह कहना कि 60% प्रोडक्ट्स अनहेल्थी हैं काफी चिंता का विषय है। पर क्या सच में भारत को इससे खतरा है?
Nestle 35 billionaire brands में से केवल 9 प्रोडक्ट्स ही भारत में बेचता है। भारत में इसकी सेल्स का 46% हिस्सा मिल्क और उससे बनने वाले प्रोडक्ट्स से आता है जबकि 29% हिस्सा प्रिपेयर्ड फूड (जैसे maggi) से, 13% को चॉकलेट व 11% पेय पदार्थों से आता है। जो कि अन्य देशों के मुकाबले काफी कम है।
क्या इसका मतलब यह है कि हमें नहीं डरना चाहिए?
ऐसा बिलकुल नहीं है। यह हमारे लिए एक रिमाइंडर की तरह है। हमें बाजार से सामान खरीदते वक्त यह ध्यान देना चाहिए कि हम अपने व अपने परिवार के लिए क्या ले जा रहे हैं। क्या सच में यह पोषण है या ज़हर !
अगर आपको याद हो तो 2015 में भारत में maggi को बैन किया गया था। इसका कारण इसमें अधिकतम मात्रा में पाया जाने वाला लेड था।जो सेहत के लिए काफी हानिकारक होता है। बैन के लगभग 5 महीने बाद इसे दोबारा लॉन्च किया गया। आज के समय में maggi इंस्टेंट नूडल्स की रेंज में मार्केट का 65% शेयर अपने हक में रखती है।
भारत में nestle कंपनी अगले कुछ दिनों में प्रिंट विज्ञापनों द्वारा उपभोक्ताओं की जिज्ञासाओं का समाधान कर रही है। कंपनी ने रविवार को जारी एक विज्ञापन में उपभोक्ताओं से अपने उत्पादों पर प्रतिक्रिया साझा करने के लिए भी कहा।