पैकेट वाला दूध आखिर कितना सुरक्षित ?

 पैकेट वाला दूध आखिर कितना सुरक्षित ?

• 2020 की Consumer Guidance Society of India की रिपोर्ट के अनुसार महाराष्ट्र के 79% packed दूध adulterated था।
• केवल महाराष्ट्र ही नहीं, पंजाब मे भी रोज़ाना dairy products की गुणवत्ता के साथ छेड़छाड़ करने वाली illegal फैक्ट्रियों पर छापा पड़ता है।

• calcium, proteins, vitamin, phosphorus, आदि पोषक तत्व दूध मे पाए जाते हैं

जो हमारी हड्डियां मजबूत करते है और हमारे शरीर को भी healthy बनाते हैं।
• लेकिन अब कुछ लोग दूध में urea, caustic soda, detergents, आदि adulterants मिलाकर उसे हानिकारक बना रहे हैं।

क्या है NIR spectroscopy?

• दूध माफियाओं से लड़ने के लिए पंजाब स्थित AgNext technologies ने Near-infrared (NIR) spectroscopy स्थापित करी है।


• यह मशीन 40-45 seconds के अंदर ही दूध की nutrition profile के साथ- साथ उसमें मिले adulterants का भी पता लगा लेती है।
• AgNext technologies ने इस मशीन को Punjab, west Bengal और Haryana में स्थित 200 से ज्यादा दुग्ध सहकारी समितियों ने अपनाना शुरू कर दिया है।

• Rajasthan,  Gujrat  और Maharashtra में भी इसकी शुरुआत करने पर चर्चा चल रही है

घर पर दूध की मिलावट की पहचान करने का तरीका:

हल्की ऑच पर दूध को उबाल लें और उसे चम्मच से खोया बनने तक हिलाऍ।

उसके बाद उसे ऑच पर से उतार लें और 2-3 घंटे के लिए छोड़ दे।

अगर खोया तैलीय हो जाता है तो वह शुद्ध है और अगर ऐसा ना हो, तो वह दूध adulterated है।

Shivani Bisht

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